बिक गई सरकारी एअर इंडिया, अब टाटा के पास एअर इंडिया का स्वामित्व

Oct 01 2021

बिक गई सरकारी एअर इंडिया, अब टाटा के पास एअर इंडिया का स्वामित्व

india emotions, दिल्ली/मुंबई। आखिर कर सरकार की एअर इंडिया बिक गई है। अब एअर इंडिया का स्वामित्व टाटा ग्रुप के पास हो गया है। सरकार ने टाटा संस की बोली को स्वीकार कर ली है। सरकार ने पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए टेंडर मंगाये थे। वहीं सरकार की दूसरी एअर इंडिया सैट्स कंपनी का 50% हिस्सेदारी बेचेगी।

टाटा ग्रुप ने स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह ने ज्यादा की बोली लगाई थी। इस तरह करीब 68 साल बाद एअर इंडिया घर वापसी यानी टाटा समूह के पास आ गया है। एअर इंडिया को 1932 में टाटा ग्रुप ने ही शुरू किया था।

टाटा समूह के जे.आर.डी. टाटा इसके फाउंडर थे। वे खुद पायलट थे। तब इसका नाम टाटा एअर सर्विस रखा गया। 1938 तक कंपनी ने अपनी घरेलू उड़ानें शुरू कर दी थीं। दूसरे विश्व युद्ध के बाद इसे सरकारी कंपनी बना दिया गया। आजादी के बाद सरकार ने इसमें 49% हिस्सेदारी खरीदी।

इस डील के तहत एअर इंडिया का मुंबई में स्थित हेड ऑफिस और दिल्ली का एयरलाइंस हाउस भी शामिल है। मुंबई के ऑफिस की मार्केट वैल्यू 1,500 करोड़ रुपए से ज्यादा है। मौजूदा समय में एअर इंडिया देश में 4400 और विदेशों में 1800 लैंडिंग और पार्किंग स्लॉट को कंट्रोल करती है।

भारी-भरकम कर्ज से दबी एअर इंडिया को कई सालों से बेचने की योजना में सरकार फेल रही। सरकार ने 2018 में 76% हिस्सेदारी बेचने के लिए बोली मंगाई थी। हालांकि उस समय सरकार मैनेजमेंट कंट्रोल अपने पास रखने की बात कही थी। जब इसमें किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई तो सरकार ने मैनेजमेंट कंट्रोल के साथ इसे 100% बेचने का फैसला किया।

एअर इंडिया बेचने के लिए जो कमिटी बनी है, उसमें वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, कॉमर्स मंत्री पियूष गोयल और एविएशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। सूत्रों के अनुसार, एअर इंडिया का रिजर्व प्राइस 15 से 20 हजार करोड़ रुपए तय किया गया था। विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि 15 सितंबर के बाद बोली लगाने की तारीख नहीं बढ़ाई जाएगी।